इस हर्ष और उल्लास से भरे जश्न की शुरूआत ताज प्रेसिडेंट होटल मे हो चुकी है इस होटल में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अन्य भाजपा विधायको को रखा गया है। क्योंकि उद्धव ठाकरे जैसे महान नेता ने विधान परिषद् के सदस्य के रूप में अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसकेे बाद एक महीने का इंतजार करने के बाद भाजपा नेता और पूरे राज्य पार्टी के कर्ता प्रमुख चंद्रकांत पाटिल के साथ, आगे की करवाई के लिए एक बैठक का आयोजन किया साथ ही उस बैठक में उन्होने भाग भी लिया।

उद्धव ठाकरे ने दिया इस्तीफा
कुछ रिर्पोटस के अनुसार यह सामने आया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा फ्लोर टेस्ट पर रोक लगाने की बात की और फिर उन्होनें इस रोक से मना करने के तुरंत बाद हमारे दिग्गज नेता उद्धव ठाकरे ने सोशल मीडिया पर सभी जनता और दर्शको के सामने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। अभी यह इस्तीफा राज्यपाल को नही सौंपा गया है कहा जा रहा है कि ठाकरे जी जल्द ही राजभवन के राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप देगे। उद्धव ठाकरे जी का कहना है कि कैबिनेट बैठक में उनके साथ शिवसेना के सिर्फ चार मंत्री उपस्थित थे। उन्होनें बाकी विधायकों से मुबई लौटने को कहा क्योकि अब उनकी जान को कोई खतरा नही है।
इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने बड़े ही उदासीन शब्दो में कहा कि आप लोग बालासाहेब के बेटे को नीचे लाने में कामयाब रहे है तथा कैबिनेट द्वारा औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने की मंजूरी लेने के बाद, उद्धव ठाकरे ने विद्रोही शिवसेना विधायकों के विषय में कहा कि जो लोग स्थानों का नाम बदलना चाहते थे, वे मेरे साथ मौजूद नही है और जिन्होनें इसका पूर्णतः और सदैव विरोध किया वो लोग हमेशा मेरे साथ है।