महाराष्ट्र की राजनीति के इतिहास में सबसे बड़े राजनीतिक मामलों में एक बड़ी ही चौकाने वाली बात सामने आई है कुछ ऐसा जिसके बारें में आपने सोचा भी नही होगा दरअसल दर्शको बात हम दिग्गज नेता देवेंद्र फडणवीस की बात कर रहें है जो कल के दिन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले थें लेकिन उन्होने मुख्यमंत्री पद पर की शपथ न लेते बल्कि उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली चौंकाने वाली बात तो यह है कि मुख्यमंत्री पद की शपथ फिर किसने ली।

एकनाथ शिंदे ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ
किसी ने भी नही सोचा था कि भाजपा अपनी घोषणा में शिवसेना के बागी नेता को मुख्यमंत्री पद के रूप में समर्थन करेगी। इस समर्थन के बाद एकनाथ शिंदे ने राजभवन में शपथ ली। जहाँ तक की गुरूवार की शाम राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने अध्यक्षता की। वही पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस, सभी का मानना था कि तीसरी बार की तरह भी इस बार भी मुख्यमंत्री बनना निश्चित है लेकिन उन्हे बाद में उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पड़ी ऐसा उन्होने सोचा भी नही था। नई सरकार का पूर्ण मत शनिवार को होगा और विधानसभा का विशेष सत्र 2 और 3 जुलाइ को प्रारम्भ होगा। इस सत्र में पहले दिन अध्यक्ष पद का चुनाव होगा।
मुख्यमंत्री पदाची शपथ घेतल्यानंतर @mieknathshinde व उपमुख्यमंत्री @Dev_Fadnavis यांनी मंत्रालयातील छत्रपती #शिवाजीमहाराज आणि भारतरत्न डॉ. #बाबासाहेबआंबेडकर यांच्या प्रतिमेस अभिवादन केले. pic.twitter.com/8MdhCQvJTh
— MAHARASHTRA DGIPR (@MahaDGIPR) June 30, 2022
शपथ ग्रहण समारोह से पहले एक छोटे से सम्मेलन में श्री फडणवीस ने घोषणा की कि भाजपा श्री शिंदे को मुख्यमंत्री के रूप में पूर्ण समर्थन देगी और दावा किया कि वह मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं रहेगें। अपनी बात कहने के कुछ घंटे बाद पार्टी की राज्य नेता के भीतर असंतोष की भावना उत्पन्न हो गई फिर इसी भावना को पहचानते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि पार्टी ने श्री शिंदे का समर्थन करने का निर्णय लिया है और कहा श्री फडणवीस भी सरकार में शामिल रहेगें। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट कर कहा कि श्री फडणवीस सरकार में शामिल होंगे। फिर श्री फडणवीस ने उन्हें जवाब देते हुए ट्वीट में कहा कि वह एक ईमानदार पार्टी कार्यकर्ता के रूप में आदेशों और नियमों का पालन करेंगे।
Oath ceremony..#Maharashtra pic.twitter.com/wqJIOtX1dx
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) June 30, 2022
इसके बाद मैं उस पार्टी के आदेश और नियमों का पालन करूंगा जिसने मुझे सबसे शीर्ष पद दिया है। शुरुआत में दरबार हॉल में जहां शपथ ग्रहण समारोह हुआ वहां सिर्फ दो कुर्सियां रखी गई थीं इसके बाद भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के ट्वीट के बाद तीन कुर्सियां और लगाई गईं। श्री शिंदे ने शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे और उनके गुरु स्वर्गीय आनंद दिघे को याद करते हुए शपथ ली। इसके बाद उनके समर्थकों ने नारेबाजी की। श्री फडणवीस का भी जोरदार नारे लगाकर स्वागत किया गया और उन्होंने लोगों से शपथ ग्रहण जारी रखने के लिए शांत रहने को कहा। समारोह के बाद, दोनों नेताओं के समर्थकों द्वारा ‘जय श्री राम, भारत माता की जय’ और राजा शिवाजी की प्रशंसा के नारे लगाए गए।
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फडणवीस ने अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा बीजेपी सरकार सीएम पद के लिए नहीं बल्कि हिंदुत्व और विकास के लिए काम करती है। इसलिए हमने एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में समर्थन देने का फैसला किया है, इन सभी बड़े नेताओ के बीच मेरे जैसे छोटे नेता को पीछे छोड़ने के लिए मैं 50 विधायकों को धन्यवाद देता हूं। मैं वही करूंगा जो प्रगति और विकास के लिए आवश्यक होगा।
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शिंदे ने अपनी कॉन्फ्रेंस में कहा
शिंदे ने अपनी कॉन्फ्रेंस में कहा ऐसे दौर में जब सरपंच का पद भी किसी को नहीं दिया जाता, फडणवीस जी ने मुझे सीएम पद दिया। मैं मोदी जी, शाह जी और फडणवीस जी को समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूँ। श्री फडणवीस, जिन्होंने पहले कहा था कि 16 निर्दलीय विधायक नई सरकार के साथ थे, उन्होनें कहा कि आने वाले दिनों में मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। आज सिर्फ एकनाथ जी ही शपथ लेंगे। हम आने वाले दिनों में कैबिनेट पर चर्चा करेंगे। मैं कैबिनेट में नहीं रहूंगा लेकिन सरकार के बाहर से काम करूंगा। नए मुख्यमंत्री शिंदे जी का कहना कि उनके साथ शिवसेना के 39 विधायकों के अलावा कुल 50 विधायक हैं. उन्होंने कहा, हमारी 50 और भाजपा की 120 सरकार इसे अब तक की सबसे मजबूत सरकार बनाएगी जो बालासाहेब के हिंदुत्व के रास्ते पर चलेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास का विजन सपना पूरा करेगी।